हाल ही में चंडीगढ़ में हुए बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में एजेंसी से लेकर आम आदमियों तक की जुबान पर बस एक ही नाम चर्चा में है वह है लॉरेंस बिश्नोई।
लॉरेंस बिश्नोई अभी साबरमती जेल में बंद है जो कि गुजरात में है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में यह साफ हो चुका है कि इस हत्या के पीछे भी लॉरेंस बिश्नोई का हाथ है। पिछले 2 साल में तीन बड़े मर्डर कर दिए हैं जिनकी वजह से बिश्नोई कस्टडी में है तथा कनाडा पुलिस को भी उनकी कस्टडी चाहिए।
साल 2022 में पंजाब के मशहूर गायक कलाकार सिद्धू मूसे वाला की हत्या का आरोप था जिसमें बिश्नोई आरोपी पाए गए। वही साल 2023 में कनाडा में खालिस्तान के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर हत्या का मामला था। हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या करवाने का मुख्य आरोपी भी लॉरेंस बिश्नोई है।
आखिर कोन है लॉरेंस बिश्नोई का गुरु ?
अब ज्यादा से ज्यादा लोग लॉरेंस बिश्नोई के बारे में जानना चाहते हैं लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि लॉरेंस बिश्नोई का गुरु कौन है तथा लॉरेंस बिश्नोई किसे अपना सबसे बड़ा हीरो मानते हैं।
लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ करने वाले अफसर से बातचीत की तब DSP ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि बिश्नोई का अपराध की दुनिया में कोई भी गुरु नहीं है वह खुद को ही अपना सबसे बड़ा हीरो मानते हैं तथा शहीद भगत सिंह के आदर्श पर चलते हैं ओर उन्हें सम्मान देते हैं ।
जिसके साथ-साथ लॉरेंस बिश्नोई को जब कोर्ट में लाया जाता था तब वह भगत सिंह की फोटो वाली टी शर्ट पहन के आते थे तथा इंकलाब जिंदाबाद का नारा भी लगाया करते थे। लेकिन अपराधिक दुनिया में उनका कोई गुरु नहीं है वह खुद को ही अपना सबसे बड़ा हीरो मानते हैं।
छात्र नेता से कैसे बन गया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई
सिर्फ 10 सालों में ही कैसे गैंगस्टर बन गया एक छात्र नेता जो देखते ही देखते अपराध की दुनिया का बादशाह बन गया। जिसका नेटवर्क इंडिया के साथ-साथ जर्मनी अमेरिका कनाडा पाकिस्तान इजरायल वह अन्य देशों में है । यह एक ऐसा दशक था जिसमें हरियाणा पंजाब राजस्थान महाराष्ट्र गुजरात मध्य प्रदेश और झारखंड में लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ लगभग चार दर्जन मामले दर्ज थे।
लॉरेंस एक संपन्न परिवार से आते हैं तथा उनके पिताजी पहले पुलिस में थे। उनका परिवार जमीदार था। लॉरेंस बिश्नोई 19 साल की उम्र में फाजिल्का से चंडीगढ़ आ गया था। वह वहां पर पढ़ाई करने लगा तथा जल्द ही छात्र राजनीति में कदम रख दिया। छात्र राजनीति में कदम रखते ही लॉरेंस का टकराव कानून व्यवस्था के साथ शुरू हो गया। उसी साल लॉरेंस के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज किया गया। बेशक मोहाली और चंडीगढ़ में उनके खिलाफ पहले मामले छात्र की राजनीति का नतीजा थी लेकिन उन्होंने ही लॉरेंस की क्राइम की दुनिया में एंट्री करने में नीव रखी थी।
क्राइम हिस्ट्री ऑफ लॉरेंस बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई साल 2011 में पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र संगठन के अध्यक्ष के रूप में चुने गए। साल 2021 में लॉरेंस बिश्नोई ने अपने दोस्त की हत्या का बदला पंजाबी गायक कलाकार सिद्धू मूसे वाला की हत्या करके लिया। हालांकि की लॉरेंस के दोस्त की हत्या के मामले में सिद्धू मूसे वाला आरोपी नहीं पाया गया। खास तौर पर सुरक्षा देना और जबरन वसूली के मामले में 2013 से ही लॉरेंस बिश्नोई शामिल थे लेकिन सन 2014 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
लॉरेंस बिश्नोई का अधिकांश नेटवर्क जेल की सलाखो के पीछे ही बना जिससे कुछ बड़े नाम के पीछे जाने की उसकी इच्छा से भी मदद मिली। 2018 में काले हिरण के शिकार के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने सलमान खान को धमकी देकर फिर से सुर्खियों में आ गई।
बिश्नोई समुदाय पर्यावरण तथा वन्य जीव जंतुओं की रक्षा करता आया है तथा उन्हें पवित्र मानता है लॉरेंस बिश्नोई भी अपने समुदाय के 29 नियमों का पालन करता है तथा जीवों की रक्षा करता है।