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बाबा बागेश्वर जी फिर से चर्चा मैं, बहन की शादी और मुस्लिम दोस्त से पैसे लेने का काजी अजमत ने उठाया मामला 

बाबा बागेश्वर धाम सरकार फिर से एक बार चर्चा में आ गए है। बाबा जी का एक बयान काफी चर्चा में चल रहा है। जिसमें वे बता रहे हैं कि महाकुंभ या किसी भी धार्मिक आयोजन में गैर हिंदुओं का प्रवेश नहीं होना चाहिए। बाबा जी के इस बयान को लेकर काजी अजमत ने बाबा पर निशाना सादा व पलट वार किया। 

ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष काजी अजमत ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के एक बयान पर पलटवार किया। जिसमे धीरेंद्र जी को उनका एक बयान याद दिलाया जिसमें धीरेंद्र जी बताते हैं कि जब उनकी बहन की शादी हुई थी तब उनके पास पैसे नहीं थे इसलिए उन्होंने अपने एक मुस्लिम दोस्त से पैसे लेकर अपनी बहन की शादी को संपन्न किया था। ऐसे में इस तरह के झूठे बयान देकर बाबा जी सिर्फ लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं।

धीरेंद्र शास्त्री जी सनातन की बात करते हैं रामराज्य जी की बात करते हैं। क्या भगवान श्री राम जी के राम राज्य में यही सब था? क्या राम राज्य में उस वक्त गैर धर्म के लोग कारोबार नहीं करते थे? उस समय सब एक दूसरे से साथ मिलकर व्यापार करते थे।

बाबा जी से आग्रह नफरत ना फैलाएं

काजी अजमत ने आगे बताया कि बाबा जी से निवेदन है कि इस तरह के झूठे बयान देकर देश के अंदर नफरत की भावनाओं को ना फैलाएं। हम अपने त्योहार जैसे ईद हो या बकरीद पर सभी हिंदू भाइयों से कपड़े, खाने-पीने की चीज वगैरा, मिठाइयां व सवैया सब कुछ खरीदते हैं और हम तो किसी को भी कारोबार से वंचित नहीं रखते। हमे अपने मुल्क को मजबूत करना है तो अपनी विचारधारा को बदलना पड़ेगा। इस तरह के झूठे बयान देकर बाबा बागेश्वर जी सिर्फ और सिर्फ लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं।

अखिर बाबा जी ने क्या बयान दिया था

हाल ही में पंडित धीरेंद्र शास्त्री यानी बागेश्वर बाबा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि जो लोग सनातन परंपरा को नहीं मानते इस विचारधारा को नहीं समझते संतों की महिमा को नहीं जानते वे संतों का क्या ही सम्मान करेंगे। कई जगह शोभा यात्राओं में पथराव हुए, भगवान श्री राम जी को काल्पनिक बताया गया, व देवी पंडाल में आग भी लगाई गई। इन सब से यह साफ होता है कि यह लोग एकता का चोला पहने हुए सनातन विरोधी हैं। और जिन लोगों को सनातन से समस्या है उन लोगों से है हमको समस्या है ऐसे लोगों का धार्मिक स्थलों पर कोई काम नहीं। 

हाल ही में एक पत्रकार ने अखाड़ा परिषद की मांग को लेकर एक सवाल पूछा था जिसमें कहा गया कि महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में मुसलमान को दुकान लगाने की परमिशन न दी जाए। पत्रकार के ऐसे सवाल पर बाबा बागेश्वर जी ने सहमति प्रकट की। तथा बताया कि पिछले ही दिनों थूक कांड जैसे घटनाएं घटी। ऐसे में महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में गैर सनातनियों का प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए।

Anil Vishnoi

Anil राजस्थान से पत्रकार है. इनकी बिजनेस व ऑटोमोबाइल बीट में खबर लिखने के अनुभव के साथ रूचि भी है.

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One Comment

  1. जैसा की इस न्यूज़ मे काजी साहब ने कहा है की राम के समय मे सभी धर्मों के लोग व्यपार करते थे ।तो राजा राम जी के टाइम मुसलमान धर्म था हि नहीं ।

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