बाड़मेर बामरला – राउमावि. समो की ढाणी बामरला में के स्कूल मे बालिकाये खाना पका रही थी। जिले के सेड़वा CBIO ऑफिस के अंदर राउमावि. सम्मो की ढाणी बामरला में शिक्षा की मॉनिटरिंग के तहत धर्मेंद्र चौधरी द्वारा निरीक्षण किया जा रहा था। धर्मेंद्र चौधरी ने पाया की सुबह के समय जो बालिकाये क्लास में होनी चाहिए थी वे स्कूल के बरामदे में बच्चों के लिए खाना बना रही थी।
माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल में शिक्षण के लिए भेजते है लेकिन वहाँ पे शिक्षकों द्वारा उनसे खाना पकवाया जाता है। स्कूल में उनसे पढ़ाई करवाने के बजाय उनसे खाना बनवाया जा रहा है। इस बारे मे जब शिक्षकों से पूछा गया तो उन्होंने बताया की खाना पकाने वाला कल छूटी पर था, इसलिए बालिकाएं खाना पकाने में मदद कर रही थी।
राउमावि. समो की ढाणी बामरला में छात्रों की 160 की है लेकिन अध्यापक सिर्फ 2 ही है।